“मुश्किले ही मुश्किले”
मुशकिले ही मुश्किले है आज सबकी जिन्दगीमे,
कौंन किसको अपना दुख ब्याकर्ता है,
जिसको अपना दर्द ब्या करो वो पीठ पीछेहसता है
ये जमाना है बहुत खराब,यहा कोई किसी का नहीं होता,
मेरा दर्द मेरा खुदा ही समझ सकताहै
मा बाप भाई बहन एक वक़्त तक ही साथ देतेहै
जिन्दगी के हर पहलू को अपनी समझ से ही समझना पड़ता है।
मुश्किलें ही मुश्किलें है आज सबकी जिन्दगी मे।