मुरशिद
मुरशिद सयाना हो,
मुरीद अयाना हो।
हुक्म की तामील करे
जन्नत का बयाना हो।
मुरशिद कामिल हो,
मुरीद आमिल हो।
अमल करें हुक्म की,
अंदर खुदा शामिल हो।
-सतीश सृजन, लखनऊ.
मुरशिद सयाना हो,
मुरीद अयाना हो।
हुक्म की तामील करे
जन्नत का बयाना हो।
मुरशिद कामिल हो,
मुरीद आमिल हो।
अमल करें हुक्म की,
अंदर खुदा शामिल हो।
-सतीश सृजन, लखनऊ.