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11 Feb 2022 · 1 min read

“मुद्दत”

“मुद्दत”
???

मुद्दत बाद भी सूरत नहीं बदला जा सका देश का !
सरकार भले ही भाजपा की रही हो या कांग्रेस का !
आजादी संग आशाएं जगी थी सबकी देश के प्रति !
पर यदा-कदा ही साबित हो सके हम घोड़ा रेस का!!

स्वरचित एवं मौलिक ।
अजित कुमार “कर्ण” ✍️✍️
किशनगंज ( बिहार )
दिनांक : 11 / 02 / 2022.
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Language: Hindi
4 Likes · 719 Views
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