मुझ से मेरे सफ़र की न पूछ
मुझ से मेरे सफ़र की न पूछ
वो जिस दम तू मुझ से रूठा था
साथ रूह का अपना छूटा था
खाली जिस्म सफ़र कर के
घर की दहलीज पे बैठा था
~ uns
मुझ से मेरे सफ़र की न पूछ
वो जिस दम तू मुझ से रूठा था
साथ रूह का अपना छूटा था
खाली जिस्म सफ़र कर के
घर की दहलीज पे बैठा था
~ uns