मुझे बारिश पसंद है
मुझे बारिश पसंद है
हाँ बचपन से ही मुझे बारिश पसंद है…
घर के अंदर बंद खिड़की से झाककर
अच्छा लगता था पानी की बूंदो को धरती पर आते ही अपना रुप बदलते देखना ,वो कागज की नांव बनाकर खिडकी से नांव को छोड़ देना और देखना की किसकी नांव आगे जायेगी
हाँ बचपन से ही मुझे बारिश पसंद है….
अच्छा लगता था बरसात के दिनो मे बिजली का गुल हो जाना
और रजाई के अंदर घुसकर 1 से 100 तक की गिनती करना
और 100 आते ही बिजली का आ जाना
हाँ बचपन से ही मुझे बारिश पसंद है….
अच्छा लगता था जब तेज बारिश होने पर जल्दी स्कूल छुट्टी हो जाती थी
और हम घर न जाकर सड़को पर चहल कदमी करते थे
हाँ बचपन से ही मुझे बारिश पसंद है और ये पसंद आज तक
बदली नही मेरी…. (सुरभी)