मुझे बस तेरी याद है आती ।
मेरी आवाज तेरे बिना किसी नहीं बोल पाती,
छोटी-छोटी बातों पर कभी मेरी आंखें हैं भर आती।
जब भी कोई फिक्र सताती है तब,
मुझे बस तेरी याद है आती ।
मैं सब कुछ सुनकर भी चुपचाप रह जाती,
तुझे दो घड़ी बात कर लो तो शांति से नींद आती,
जब भी कोई फिक्र सताती है तब,
मुझे बस तेरी याद है आती ।
रोते-रोते हंसना भी जानती,
बिगड़े को बनाना भी जानती ,
तेरी नाराजगी को बस सह नहीं पाती,
और तेरी मुस्कुराहट बिना जी नहीं पाती।
जब भी कोई फिक्र सताती है तब,
मुझे बस तेरी याद है आती ।