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18 Dec 2021 · 1 min read

मुझे निर्दयता से मत तोड़ो अंकल !

एक मासूम कच्ची कली हूं मैं ,
मां के आंचल की गुड़िया,
और पिता की नन्ही परी हूं मैं ।
मुझ पर बुरी नजर न डालो ,
मुझ मत रहम करो ,
मुझे निर्दयता से न तोड़ो अंकल !
तुम्हारी बेटी जैसी ही हूं मैं ।

Language: Hindi
525 Views
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