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9 May 2017 · 1 min read

मुझे देते है लोग दुआओँ की भीड़

मुझे देते है लोग दुआओँ की भीड़ मेरी तन्हाई को भरने मेँ
पास आता है कोई इस तरह मेरी भलाई को रखने मेँ
मुझे न देखो यूँ कि हो जायेँ सूखे मे दरारेँ भी
ये काया कठोर तप मेँ डूबकर थोड़ा समय माँगती है गहराई से निकलने मेँ

Language: Hindi
1 Like · 242 Views
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