मुझे तेरी जरूरत है
जी भर देखने दो मुझे, ये जो मासूम सूरत है
मुझे बाहों में भर लो सनम, मुझे तेरी जरूरत है।
हर लम्हा अलग होता, साथ रहते जो हम तेरे
बड़ा करता असर मुझे, लब्ज़ सुनते जो हम तेरे
रहे महफूज हरपल सदा, खूब तेरी जो सूरत है।
मुझे बाहों……………………………………..
तेरी काजल तेरी बिंदिया, जैसे है ले गई निंदिया
प्यार जबसे हुआ है मुझे, चैन भी यारा ले लिया
सच कहता हु तुझको सनम, मुझे तेरी जरूरत है।
मुझे बाहों……………………………………..
✍️ बसंत भगवान राय