Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Aug 2017 · 1 min read

मुझे चाँद में मेरा मेहबूब नज़र आता है

मुझे चाँद में मेरा महबूब नजर आता है
उसकी सूरत देख चाँद भी क्या खूब नज़र आता है

तन्हा बैठे रहते है अक्सर
जब से चाँद निकल आता है

पलके बिछाए उसकी यादों में
आँखों से अश्रु का कतरा आता है

खाट लगाये बतियाते है
चाँद रातों की नींद उड़ाने आता है

भूपेंद्र रावत
5।08।2017

Language: Hindi
1 Like · 262 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चलना सिखाया आपने
चलना सिखाया आपने
लक्ष्मी सिंह
नया एक रिश्ता पैदा क्यों करें हम
नया एक रिश्ता पैदा क्यों करें हम
Shakil Alam
कुछ तो होता है ना, जब प्यार होता है
कुछ तो होता है ना, जब प्यार होता है
Anil chobisa
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-533💐
💐प्रेम कौतुक-533💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
एक किस्सा तो आम अब भी है,
एक किस्सा तो आम अब भी है,
*Author प्रणय प्रभात*
18)”योद्धा”
18)”योद्धा”
Sapna Arora
कौन नहीं है...?
कौन नहीं है...?
Srishty Bansal
प्यार के
प्यार के
हिमांशु Kulshrestha
इस घर से .....
इस घर से .....
sushil sarna
दुनिया बदल गयी ये नज़ारा बदल गया ।
दुनिया बदल गयी ये नज़ारा बदल गया ।
Phool gufran
माता की महिमा
माता की महिमा
SHAILESH MOHAN
"जिन्दगी के सफर में"
Dr. Kishan tandon kranti
महबूबा से
महबूबा से
Shekhar Chandra Mitra
भारती-विश्व-भारती
भारती-विश्व-भारती
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
इंसान तो मैं भी हूं लेकिन मेरे व्यवहार और सस्कार
इंसान तो मैं भी हूं लेकिन मेरे व्यवहार और सस्कार
Ranjeet kumar patre
Peace peace
Peace peace
Poonam Sharma
सरकारी नौकरी
सरकारी नौकरी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
श्रीराम अयोध्या में पुनर्स्थापित हो रहे हैं, क्या खोई हुई मर
श्रीराम अयोध्या में पुनर्स्थापित हो रहे हैं, क्या खोई हुई मर
Sanjay ' शून्य'
जिसकी भी आप तलाश मे हैं, वह आपके अन्दर ही है।
जिसकी भी आप तलाश मे हैं, वह आपके अन्दर ही है।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
सत्य तत्व है जीवन का खोज
सत्य तत्व है जीवन का खोज
Buddha Prakash
उसकी गली तक
उसकी गली तक
Vishal babu (vishu)
महाकाल का संदेश
महाकाल का संदेश
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"समय क़िस्मत कभी भगवान को तुम दोष मत देना
आर.एस. 'प्रीतम'
भजलो राम राम राम सिया राम राम राम प्यारे राम
भजलो राम राम राम सिया राम राम राम प्यारे राम
Satyaveer vaishnav
मैं रूठ जाता हूँ खुद से, उससे, सबसे
मैं रूठ जाता हूँ खुद से, उससे, सबसे
सिद्धार्थ गोरखपुरी
जख्म पाने के लिए ---------
जख्म पाने के लिए ---------
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet kumar Shukla
इश्क का इंसाफ़।
इश्क का इंसाफ़।
Taj Mohammad
2299.पूर्णिका
2299.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
Loading...