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22 Oct 2024 · 1 min read

मुझे किसी की भी जागीर नहीं चाहिए।

मुझे किसी की भी जागीर नहीं चाहिए।
अब कोई रोती तस्वीर नहीं चाहिए।।
अब इन पाँवों पर डालो मत बेड़ियाँ,
मुझे वही जूठी तदबीर नहीं चाहिए।।

— ननकी 22/10/2024

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