Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Nov 2022 · 1 min read

-मुझको मेरा कभी होने नही दिया –

-मुझको मेरा कभी होने नही दिया-

उन्मुक्त गगन में स्वछंद विचरण को,
पँख को मेरे खोलने न दिया,
चाहता था में कुछ बड़ा करना,
मेरे अपनो ने मुझे कभी बड़ा होने नही दिया,
यह नही कर सकते,
यह तुमसे कभी होगा नही,
नकारात्मकता भर दी मन मे,
सकारात्मक कभी होने नही दिया,
देखे थे खुली आँखों से जो सपने,
मन से अपनो ने कभी सपने सँजोने नही दिया,
तमन्ना थी कुछ पाने की,
कुछ कर गुजर जाने की,
कालजयी हो जाने की,
नही हो पाएगा तू कभी भी,
ऐसा अभिशाप दिया मन से,
लिखकर लेख अमर हो जाना चाहता था,
जीते जी मुझे मार दिया,
जीवन मे मन से जीने नही दिया,
होना चाहता था में दुनिया का,
मूझको मेरा कभी होने नही दिया,

भरत गहलोत
जालोर राजस्थान,
सम्पर्क सूत्र-7742016184-

Language: Hindi
41 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
🙅खटारा सरकार🙅
🙅खटारा सरकार🙅
*प्रणय प्रभात*
कब मिलोगी मां.....
कब मिलोगी मां.....
Madhavi Srivastava
हथिनी की व्यथा
हथिनी की व्यथा
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
2306.पूर्णिका
2306.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
कुण्डल / उड़ियाना छंद
कुण्डल / उड़ियाना छंद
Subhash Singhai
" तिलिस्मी जादूगर "
Dr Meenu Poonia
"मेरे नाम की जय-जयकार करने से अच्‍छा है,
शेखर सिंह
!! निरीह !!
!! निरीह !!
Chunnu Lal Gupta
गौतम बुद्ध के विचार
गौतम बुद्ध के विचार
Seema Garg
अरे ! पिछे मुडकर मत देख
अरे ! पिछे मुडकर मत देख
VINOD CHAUHAN
प्रेमियों के भरोसे ज़िन्दगी नही चला करती मित्र...
प्रेमियों के भरोसे ज़िन्दगी नही चला करती मित्र...
पूर्वार्थ
प्यार जताने के सभी,
प्यार जताने के सभी,
sushil sarna
आपके आसपास
आपके आसपास
Dr.Rashmi Mishra
नीरोगी काया
नीरोगी काया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
माँ सुहाग का रक्षक बाल 🙏
माँ सुहाग का रक्षक बाल 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
इक इक करके सारे पर कुतर डाले
इक इक करके सारे पर कुतर डाले
ruby kumari
माँ
माँ
नन्दलाल सुथार "राही"
ख़त्म हुईं सब दावतें, मस्ती यारो संग
ख़त्म हुईं सब दावतें, मस्ती यारो संग
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Speak with your work not with your words
Speak with your work not with your words
Nupur Pathak
About your heart
About your heart
Bidyadhar Mantry
🌱मैं कल न रहूँ...🌱
🌱मैं कल न रहूँ...🌱
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
बुझा दीपक जलाया जा रहा है
बुझा दीपक जलाया जा रहा है
कृष्णकांत गुर्जर
तेज़ाब का असर
तेज़ाब का असर
Atul "Krishn"
" सुनो "
Dr. Kishan tandon kranti
तुम
तुम
Sangeeta Beniwal
अभी बाकी है
अभी बाकी है
Vandna Thakur
हर किसी में आम हो गयी है।
हर किसी में आम हो गयी है।
Taj Mohammad
*छोड़ी पशु-हिंसा प्रथा, अग्रसेन जी धन्य (कुंडलिया)*
*छोड़ी पशु-हिंसा प्रथा, अग्रसेन जी धन्य (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
अब ना होली रंगीन होती है...
अब ना होली रंगीन होती है...
Keshav kishor Kumar
Loading...