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4 Dec 2018 · 1 min read

मुक्तक

तेरी चाहत मेरी आदत की तरह है।
मेरी ज़िन्दग़ी में इबादत की तरह है।
धड़कनों में गूँज़ती है यादों की सदा-
मेरी बंदगी की इबारत की तरह है।

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

Language: Hindi
1 Like · 297 Views
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