मुक्तक
मै सोचती हूँ कुछ बातें कभी-कभी
जो जन्म लेगा मानव अभी-अभी
उनकी नन्हीं – नन्ही हथेलियों मे
खंजर या लेखनी होगी दबी-दबी ।
प्रमिला श्री
मै सोचती हूँ कुछ बातें कभी-कभी
जो जन्म लेगा मानव अभी-अभी
उनकी नन्हीं – नन्ही हथेलियों मे
खंजर या लेखनी होगी दबी-दबी ।
प्रमिला श्री