मुक्तक
प्यार लिख लेना भले तलवार लिख देना ,
बात को इस पार या उस पार लिख देना,
जब यकीं ही न रहा हो तो मुनासिब है ,
दो दिलों के बीच इक दीवार लिख देना ।
प्यार लिख लेना भले तलवार लिख देना ,
बात को इस पार या उस पार लिख देना,
जब यकीं ही न रहा हो तो मुनासिब है ,
दो दिलों के बीच इक दीवार लिख देना ।