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6 Sep 2018 · 1 min read

मुक्तक

जिंदगी में बहुत बदलाव मेरे आया है,
सफ़र के बाद उजाला क़रीब आया है,
उड़ा हुआ है बहुत रंग उसके चेहरे का,
ये जब है, राज़ से पर्दा नहीं हटाया है।

Language: Hindi
296 Views
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