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8 Aug 2018 · 1 min read

मुक्तक

कभी खुशी कभी गम जीवन में,
कष्ट कंटकों के आंगन में,
तुमको है आगे बढ़ते जाना,
शिखर शौर्य के निज मधुवन में।

Language: Hindi
372 Views
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