Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Apr 2018 · 1 min read

मुक्तक

मेरी जिंदगी को अंजान सा रहने दो!
दिल में जुस्तजू का तूफान सा रहने दो!
टूटे हुए से ख्वाब हैं पलकों में लेकिन,
अश्कों में यादों को निशान सा रहने दो!

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

Language: Hindi
473 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

फूल और तुम
फूल और तुम
Sidhant Sharma
बेहिसाब सवालों के तूफान।
बेहिसाब सवालों के तूफान।
Taj Mohammad
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
चराचर के स्वामी मेरे राम हैं,
चराचर के स्वामी मेरे राम हैं,
Anamika Tiwari 'annpurna '
अगर ना मिले सुकून कहीं तो ढूंढ लेना खुद मे,
अगर ना मिले सुकून कहीं तो ढूंढ लेना खुद मे,
Ranjeet kumar patre
जिस ओर उठी अंगुली जगकी
जिस ओर उठी अंगुली जगकी
Priya Maithil
पंख कटे पांखी
पंख कटे पांखी
Suryakant Dwivedi
- बच्चो की मासूमियत -
- बच्चो की मासूमियत -
bharat gehlot
डॉ. कीर्ति काले जी
डॉ. कीर्ति काले जी
डिजेन्द्र कुर्रे
गुजर रही थी उसके होठों से मुस्कुराहटें,
गुजर रही थी उसके होठों से मुस्कुराहटें,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मालिक मेरे करना सहारा ।
मालिक मेरे करना सहारा ।
Buddha Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मुहब्बत
मुहब्बत
अखिलेश 'अखिल'
रामलला के विग्रह की जब, भव में प्राण प्रतिष्ठा होगी।
रामलला के विग्रह की जब, भव में प्राण प्रतिष्ठा होगी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
प्रभु श्रीराम पधारेंगे
प्रभु श्रीराम पधारेंगे
Dr. Upasana Pandey
जीवनसाथी  तुम ही  हो  मेरे, कोई  और -नहीं।
जीवनसाथी तुम ही हो मेरे, कोई और -नहीं।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
वक़्त वो सबसे ही जुदा होगा
वक़्त वो सबसे ही जुदा होगा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
महाकाल के भक्त है अंदर से सशक्त है।
महाकाल के भक्त है अंदर से सशक्त है।
Rj Anand Prajapati
Sydney Assignment Writers: Why Local Expertise Makes a Difference
Sydney Assignment Writers: Why Local Expertise Makes a Difference
Steve Austin
जिंदगी मौत तक जाने का एक कांटो भरा सफ़र है
जिंदगी मौत तक जाने का एक कांटो भरा सफ़र है
Rekha khichi
कांधा होता हूं
कांधा होता हूं
Dheerja Sharma
दोहा त्रयी. . . . .
दोहा त्रयी. . . . .
sushil sarna
युगों    पुरानी    कथा   है, सम्मुख  करें व्यान।
युगों पुरानी कथा है, सम्मुख करें व्यान।
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
"डार्विन ने लिखा था"
Dr. Kishan tandon kranti
मौसम मौसम बदल गया
मौसम मौसम बदल गया
The_dk_poetry
आज़ादी का जश्न
आज़ादी का जश्न
अरशद रसूल बदायूंनी
मज़िल का मिलना तय है
मज़िल का मिलना तय है
Atul "Krishn"
ग़ज़ल 3
ग़ज़ल 3
Deepesh Dwivedi
3209.*पूर्णिका*
3209.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
..
..
*प्रणय*
Loading...