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24 Mar 2018 · 1 min read

मुक्तक

मुझको जख्म देकर पूछना यूँ हाल तेरा!
बहुत बेख़बर है तुमसे ही सवाल तेरा!
गूंजती हैं सिसकियाँ दर्द की सन्नाटों में,
जामे-पैमानों में बिखरा है ख्याल तेरा!

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

Language: Hindi
262 Views
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