मुक्तक
अपनी आजादी को
माइक हमे बचाना है
सर पर उड़ते इन गिद्धों को
जड़ से मार गिराने है।
व्यभिचार का खून करे
सभी समस्या दूर करें
भारत माँ की राहों को
सब कण्टक से मुक्त करें।
देश है तो हम हैं
हम जुड़ें तो देश
तरंग सबका सम्मान
कोई जाति हो कोई वेश।