Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jan 2018 · 1 min read

मुक्तक

अब दर्द ही तेरा बहाना रह गया है!
ख्वाबों का ख्यालों में आना रह गया है!
वक्त ने धुंधला दिया है यादों को मगर,
दिल में चाहतों का फसाना रह गया है!

मुक्तककार- #मिथिलेश_राय

Language: Hindi
316 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"निगाहें"
Dr. Kishan tandon kranti
3240.*पूर्णिका*
3240.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ऐ आसमां ना इतरा खुद पर
ऐ आसमां ना इतरा खुद पर
शिव प्रताप लोधी
सेंगोल जुवाली आपबीती कहानी🙏🙏
सेंगोल जुवाली आपबीती कहानी🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
* धन्य अयोध्याधाम है *
* धन्य अयोध्याधाम है *
surenderpal vaidya
चले आना मेरे पास
चले आना मेरे पास
gurudeenverma198
कुछ कमीने आज फ़ोन करके यह कह रहे चलो शाम को पार्टी करते हैं
कुछ कमीने आज फ़ोन करके यह कह रहे चलो शाम को पार्टी करते हैं
Anand Kumar
अरमान
अरमान
अखिलेश 'अखिल'
खतरनाक आदमी / मुसाफ़िर बैठा
खतरनाक आदमी / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
वो बाते वो कहानियां फिर कहा
वो बाते वो कहानियां फिर कहा
Kumar lalit
विश्व कविता दिवस
विश्व कविता दिवस
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
जंगल में सर्दी
जंगल में सर्दी
Kanchan Khanna
इंसानियत का कोई मजहब नहीं होता।
इंसानियत का कोई मजहब नहीं होता।
Rj Anand Prajapati
Keep yourself secret
Keep yourself secret
Sakshi Tripathi
#मुबारकां_जी_मुबारकां
#मुबारकां_जी_मुबारकां
*Author प्रणय प्रभात*
*सुख या खुशी*
*सुख या खुशी*
Shashi kala vyas
गणेश वंदना
गणेश वंदना
Bodhisatva kastooriya
ये आँखे हट नही रही तेरे दीदार से, पता नही
ये आँखे हट नही रही तेरे दीदार से, पता नही
Tarun Garg
[06/03, 13:44] Dr.Rambali Mishra: *होलिका दहन*
[06/03, 13:44] Dr.Rambali Mishra: *होलिका दहन*
Rambali Mishra
जुगाड़
जुगाड़
Dr. Pradeep Kumar Sharma
A setback is,
A setback is,
Dhriti Mishra
उसकी आंखों से छलकता प्यार
उसकी आंखों से छलकता प्यार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सुबह की चाय मिलाती हैं
सुबह की चाय मिलाती हैं
Neeraj Agarwal
*लब मय से भरे मदहोश है*
*लब मय से भरे मदहोश है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ਲਿਖ ਲਿਖ ਕੇ ਮੇਰਾ ਨਾਮ
ਲਿਖ ਲਿਖ ਕੇ ਮੇਰਾ ਨਾਮ
Surinder blackpen
🚩अमर कोंच-इतिहास
🚩अमर कोंच-इतिहास
Pt. Brajesh Kumar Nayak
किंकर्तव्यविमूढ़
किंकर्तव्यविमूढ़
Shyam Sundar Subramanian
*पचपन का तन बचपन का मन, कैसे उमर बताएँ【हिंदी गजल/गीतिका 】*
*पचपन का तन बचपन का मन, कैसे उमर बताएँ【हिंदी गजल/गीतिका 】*
Ravi Prakash
.......रूठे अल्फाज...
.......रूठे अल्फाज...
Naushaba Suriya
खवाब है तेरे तु उनको सजालें
खवाब है तेरे तु उनको सजालें
Swami Ganganiya
Loading...