मुक्तक
संगत का असर आता तो हालात बदलते,
विषधर ना विष उगलते, वे चंदन सा महकते।
फूलों के साथी चुभते नहीं पाँव में कभी,
ये शूल भी फूलों की कभी राह पे चलते।।
-विपिन शर्मा
संगत का असर आता तो हालात बदलते,
विषधर ना विष उगलते, वे चंदन सा महकते।
फूलों के साथी चुभते नहीं पाँव में कभी,
ये शूल भी फूलों की कभी राह पे चलते।।
-विपिन शर्मा