** नव मुक्तक **
***** मुक्तक *****
हम धर्म के मर्म को जानें, नफरत की पीडा को जानेंं,
गीता बाइबिल कुरान ग्रन्थ की, आत्मा को भी हम जानें,
मानवता पर जो थूक रहे, उन आतंकी को खाक करें,
ऐसा दर्द लिखो मस्तक पर, वो दुख का मतलब भी जानें,
******* सुरेशपाल वर्मा जसाला