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31 Oct 2017 · 1 min read

मुक्तक

जो दिल में छुपी हुई है उस बात को समझो!
जो मुझको तड़पाती है उस रात को समझो!
कभी नींद नहीं आती है तेरी चाहत को,
मेरी इस बेचैनी की हालात को समझो!

मुक्तककार – #मिथिलेश_राय
#मात्रा_भार_25

Language: Hindi
215 Views
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