Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jun 2017 · 1 min read

मुक्तक

तेरे सिवा कुछ भी नजर आता नहीं है!
ख्वाबों का सफर भी मुस्कुराता नहीं है!
राह खींच लेती है यादों की इसतरह,
तेरा ख्याल मुझसे दूर जाता नहीं है!

मुक्तककार -#मिथिलेश_राय

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 321 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अमृत मयी गंगा जलधारा
अमृत मयी गंगा जलधारा
Ritu Asooja
2330.पूर्णिका
2330.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ବାତ୍ୟା ସ୍ଥିତି
ବାତ୍ୟା ସ୍ଥିତି
Otteri Selvakumar
कभी मोहब्बत के लिए मरता नहीं था
कभी मोहब्बत के लिए मरता नहीं था
Rituraj shivem verma
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रदीप माहिर
पुरुष_विशेष
पुरुष_विशेष
पूर्वार्थ
पिता की आंखें
पिता की आंखें
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
कुछ भी होगा, ये प्यार नहीं है
कुछ भी होगा, ये प्यार नहीं है
Anil chobisa
रेत मुट्ठी से फिसलता क्यूं है
रेत मुट्ठी से फिसलता क्यूं है
Shweta Soni
आत्मा की शांति
आत्मा की शांति
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
मेरी फितरत
मेरी फितरत
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
गये ज़माने की यादें
गये ज़माने की यादें
Shaily
भाग्य - कर्म
भाग्य - कर्म
Buddha Prakash
चंद्र ग्रहण के बाद ही, बदलेगी तस्वीर
चंद्र ग्रहण के बाद ही, बदलेगी तस्वीर
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जन्माष्टमी महोत्सव
जन्माष्टमी महोत्सव
Neeraj Agarwal
ग़ज़ल/नज़्म - आज़ मेरे हाथों और पैरों में ये कम्पन सा क्यूँ है
ग़ज़ल/नज़्म - आज़ मेरे हाथों और पैरों में ये कम्पन सा क्यूँ है
अनिल कुमार
हुस्न और खूबसूरती से भरे हुए बाजार मिलेंगे
हुस्न और खूबसूरती से भरे हुए बाजार मिलेंगे
शेखर सिंह
■ क़तआ (मुक्तक)
■ क़तआ (मुक्तक)
*Author प्रणय प्रभात*
अश'आर हैं तेरे।
अश'आर हैं तेरे।
Neelam Sharma
💐प्रेम कौतुक-557💐
💐प्रेम कौतुक-557💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*अपवित्रता का दाग (मुक्तक)*
*अपवित्रता का दाग (मुक्तक)*
Rambali Mishra
*आम (बाल कविता)*
*आम (बाल कविता)*
Ravi Prakash
इश्क में हमको नहीं, वो रास आते हैं।
इश्क में हमको नहीं, वो रास आते हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
The thing which is there is not wanted
The thing which is there is not wanted
कवि दीपक बवेजा
बेटी
बेटी
Sushil chauhan
अंदाज़-ऐ बयां
अंदाज़-ऐ बयां
अखिलेश 'अखिल'
धरा हमारी स्वच्छ हो, सबका हो उत्कर्ष।
धरा हमारी स्वच्छ हो, सबका हो उत्कर्ष।
surenderpal vaidya
"सौदा"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहा-प्रहार
दोहा-प्रहार
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
खुदगर्ज दुनियाँ मे
खुदगर्ज दुनियाँ मे
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
Loading...