मुक्तक
. …. मुक्तक ….
तिमिराञ्चल में शालायें
कल्पित शशि कलित कलायें
तम के छल में खो जातीं
उत्तुंग शिखर मालायें
डा. उमेश चन्द्र श्रीवास्तव
लखनऊ