मुक्तक
मुक्तक
हम चाहें तो सितारों से
इस जमीं को सजा दें
हम चाहें तो चाँद को
इस धरती पर सजा दें
हम चाहें तो खिला दें , इस धरा पर
पुष्पों का एक प्यारा सा उपवन
हम चाहें तो हर एक के आँगन में
खुशियों का एक उपवन सजा दें
अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”
मुक्तक
हम चाहें तो सितारों से
इस जमीं को सजा दें
हम चाहें तो चाँद को
इस धरती पर सजा दें
हम चाहें तो खिला दें , इस धरा पर
पुष्पों का एक प्यारा सा उपवन
हम चाहें तो हर एक के आँगन में
खुशियों का एक उपवन सजा दें
अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”