Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Sep 2024 · 1 min read

#मुक्तक-

#मुक्तक-
■ कल, आज और कल पर।
【प्रणय प्रभात】
“ग़फ़लतों की नींद जो सोते रहे हैं,
जाग के अक़्सर वही रोते रहे हैं।
कल हुए वो हादसे आगे भी होंगे,
हादसे हर दौर में होते रहे हैं।।”
😢😢😢😢😢😢😢😢😢

1 Like · 34 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ज़िंदगी - एक सवाल
ज़िंदगी - एक सवाल
Shyam Sundar Subramanian
कोहराम मचा सकते हैं
कोहराम मचा सकते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
कभी-कभी एक छोटी कोशिश भी
कभी-कभी एक छोटी कोशिश भी
Anil Mishra Prahari
नामुमकिन है
नामुमकिन है
Dr fauzia Naseem shad
पुस्तक समीक्षा- राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
पुस्तक समीक्षा- राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
3474🌷 *पूर्णिका* 🌷
3474🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
मिसाल रेशमा
मिसाल रेशमा
Dr. Kishan tandon kranti
Loving someone you don’t see everyday is not a bad thing. It
Loving someone you don’t see everyday is not a bad thing. It
पूर्वार्थ
अहंकार
अहंकार
Bindesh kumar jha
अच्छे दिनों की आस में,
अच्छे दिनों की आस में,
Befikr Lafz
महसूस तो होती हैं
महसूस तो होती हैं
शेखर सिंह
*हों पितर जहॉं भी सद्गति की, इच्छा हम आठों याम करें (राधेश्य
*हों पितर जहॉं भी सद्गति की, इच्छा हम आठों याम करें (राधेश्य
Ravi Prakash
गंणतंत्रदिवस
गंणतंत्रदिवस
Bodhisatva kastooriya
मैं गर्दिशे अय्याम देखता हूं।
मैं गर्दिशे अय्याम देखता हूं।
Taj Mohammad
!! युवा मन !!
!! युवा मन !!
Akash Yadav
एक तरफ़ा मोहब्बत
एक तरफ़ा मोहब्बत
Madhuyanka Raj
मुक्तक
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
खाने पीने का ध्यान नहीं _ फिर भी कहते बीमार हुए।
खाने पीने का ध्यान नहीं _ फिर भी कहते बीमार हुए।
Rajesh vyas
जिंदगी
जिंदगी
अखिलेश 'अखिल'
तुमको वो पा लेगा इतनी आसानी से
तुमको वो पा लेगा इतनी आसानी से
Keshav kishor Kumar
Soft Toys for Kids | Soft Toys
Soft Toys for Kids | Soft Toys
Chotan
मुक्तक... हंसगति छन्द
मुक्तक... हंसगति छन्द
डॉ.सीमा अग्रवाल
ग़ज़ल _ मुहब्बत में मुहब्बत से ,मुहब्बत बात क्या करती,
ग़ज़ल _ मुहब्बत में मुहब्बत से ,मुहब्बत बात क्या करती,
Neelofar Khan
लौटना पड़ा वहाँ से वापस
लौटना पड़ा वहाँ से वापस
gurudeenverma198
मुस्कुराते हुए चेहरे से ,
मुस्कुराते हुए चेहरे से ,
Yogendra Chaturwedi
नादान परिंदा
नादान परिंदा
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
हकीकत
हकीकत
dr rajmati Surana
*हिंदी*
*हिंदी*
Dr. Priya Gupta
लत
लत
Mangilal 713
Loading...