मुक्तक
मुक्तक
दिनांक ,,, 14/06/2024,,,
💖
तल्ख लहजा आपका , बदला नहीं है,
जो था पहले , आज वो दरजा नहीं है ।
किस लिये यूँ तंज़ , करते हो सभी पर,
‘नील’ है खामोश , पर अबला नहीं है ।
✍नील रूहानी ,,,14/06/23,,
( नीलोफ़र खान )
मुक्तक
दिनांक ,,, 14/06/2024,,,
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तल्ख लहजा आपका , बदला नहीं है,
जो था पहले , आज वो दरजा नहीं है ।
किस लिये यूँ तंज़ , करते हो सभी पर,
‘नील’ है खामोश , पर अबला नहीं है ।
✍नील रूहानी ,,,14/06/23,,
( नीलोफ़र खान )