मुक्तक
मुक्तक
आओं प्रयासों की , एक गंगा बहायें
कोशिशों का एक , समंदर सजाएं |
लिख दे कुछ इबारत , इस जमीं पर
अपने सपनों का एक , मंदिर सजाएं ||
अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”
मुक्तक
आओं प्रयासों की , एक गंगा बहायें
कोशिशों का एक , समंदर सजाएं |
लिख दे कुछ इबारत , इस जमीं पर
अपने सपनों का एक , मंदिर सजाएं ||
अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”