Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Apr 2024 · 1 min read

मुक्तक

जब तेरी जिंदगी किसी की मुस्कराहट का सबब होने लगे
जब तेरे प्रयास से किसी की जिंदगी रोशन होने लगे
जब तेरी कोशिश किसी के जीवन को दिशा देने लगे
तब समझना कि तुम एक पूर्ण मानव बन गए हों l

अनिल कुमार गुप्ता अंजुम

Language: Hindi
1 Like · 104 Views
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all

You may also like these posts

"जुबांँ की बातें "
Yogendra Chaturwedi
रात में कर देते हैं वे भी अंधेरा
रात में कर देते हैं वे भी अंधेरा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
🙅fact🙅
🙅fact🙅
*प्रणय*
फिज़ा बदल गई
फिज़ा बदल गई
Ram Krishan Rastogi
“ आओ, प्रार्थना करें “
“ आओ, प्रार्थना करें “
Usha Gupta
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Santosh kumar Miri
एक सरल प्रेम की वो कहानी हो तुम– गीत
एक सरल प्रेम की वो कहानी हो तुम– गीत
Abhishek Soni
ऐ जिंदगी
ऐ जिंदगी
अनिल "आदर्श"
हंसते हुए तेरे चेहरे ये बहुत ही खूबसूरत और अच्छे लगते है।
हंसते हुए तेरे चेहरे ये बहुत ही खूबसूरत और अच्छे लगते है।
Rj Anand Prajapati
4867.*पूर्णिका*
4867.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मेरी प्रीत जुड़ी है तुझ से
मेरी प्रीत जुड़ी है तुझ से
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
राम की शरण में जाओ
राम की शरण में जाओ
Sudhir srivastava
मुझे ऊंचाइयों पर देखकर हैरान हैं बहुत लोग,
मुझे ऊंचाइयों पर देखकर हैरान हैं बहुत लोग,
Ranjeet kumar patre
मनोबल
मनोबल
Kanchan verma
Them: Binge social media
Them: Binge social media
पूर्वार्थ
सोने की चिड़िया
सोने की चिड़िया
Bodhisatva kastooriya
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दलीदर
दलीदर
आकाश महेशपुरी
अब बदला हिंदुस्तान मियां..!
अब बदला हिंदुस्तान मियां..!
पंकज परिंदा
"साथ-साथ"
Dr. Kishan tandon kranti
मुझे तुमसे प्यार हो गया,
मुझे तुमसे प्यार हो गया,
Dr. Man Mohan Krishna
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*श्री राजेंद्र कुमार शर्मा का निधन : एक युग का अवसान*
*श्री राजेंद्र कुमार शर्मा का निधन : एक युग का अवसान*
Ravi Prakash
पुरखा के बदौलत
पुरखा के बदौलत
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
"with eyes filled with dreams"
राकेश चौरसिया
समझ
समझ
Dinesh Kumar Gangwar
बहुत हुआ
बहुत हुआ
Mahender Singh
ज़िंदगी देख
ज़िंदगी देख
Dr fauzia Naseem shad
वीर दुर्गादास राठौड़
वीर दुर्गादास राठौड़
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
हमेशा गिरगिट माहौल देखकर रंग बदलता है
हमेशा गिरगिट माहौल देखकर रंग बदलता है
शेखर सिंह
Loading...