Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jan 2024 · 1 min read

** मुक्तक **

** मुक्तक **
भोर की शुभ घड़ी आ रही सामने।
छोड़ दो स्वप्न देखे बहुत रात ने।
मौन से हैं अधर मुस्कुराहट खिली।
तितलियां अलि सभी लग पड़े जागने।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य, ३१/०१/२०२४

1 Like · 1 Comment · 152 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from surenderpal vaidya
View all
You may also like:
रमेशराज के दो लोकगीत –
रमेशराज के दो लोकगीत –
कवि रमेशराज
हँसते हैं, पर दिखाते नहीं हम,
हँसते हैं, पर दिखाते नहीं हम,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मैं अपने सारे फ्रेंड्स सर्कल से कहना चाहूँगी...,
मैं अपने सारे फ्रेंड्स सर्कल से कहना चाहूँगी...,
Priya princess panwar
मुखौटा!
मुखौटा!
कविता झा ‘गीत’
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
Khaimsingh Saini
संघ के संगठन के सम्बन्ध में मेरे कुछ विचार 🙏संगठन में नियम न
संघ के संगठन के सम्बन्ध में मेरे कुछ विचार 🙏संगठन में नियम न
ललकार भारद्वाज
रेत पर
रेत पर
Shweta Soni
🙅बड़ा सवाल🙅
🙅बड़ा सवाल🙅
*प्रणय*
मधुमास में बृंदावन
मधुमास में बृंदावन
Anamika Tiwari 'annpurna '
गुलाब भी कितना मुस्कराता होगा,
गुलाब भी कितना मुस्कराता होगा,
Radha Bablu mishra
एक दिया बुझा करके तुम दूसरा दिया जला बेठे
एक दिया बुझा करके तुम दूसरा दिया जला बेठे
कवि दीपक बवेजा
वो भी तिरी मानिंद मिरे हाल पर मुझ को छोड़ कर
वो भी तिरी मानिंद मिरे हाल पर मुझ को छोड़ कर
Trishika S Dhara
लोगो को आपकी वही बाते अच्छी लगती है उनमें जैसे सोच विचार और
लोगो को आपकी वही बाते अच्छी लगती है उनमें जैसे सोच विचार और
Rj Anand Prajapati
“ गोलू का जन्म दिन “ ( व्यंग )
“ गोलू का जन्म दिन “ ( व्यंग )
DrLakshman Jha Parimal
वेरियर एल्विन
वेरियर एल्विन
Dr. Kishan tandon kranti
पुरुषार्थ
पुरुषार्थ
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
समय का निवेश:
समय का निवेश:
पूर्वार्थ
राम भजन
राम भजन
आर.एस. 'प्रीतम'
“रेल का सफ़र
“रेल का सफ़र
Neeraj kumar Soni
सजल
सजल
Rashmi Sanjay
"" *आओ बनें प्रज्ञावान* ""
सुनीलानंद महंत
World Hypertension Day
World Hypertension Day
Tushar Jagawat
*
*"राम नाम रूपी नवरत्न माला स्तुति"
Shashi kala vyas
जब तक हो तन में प्राण
जब तक हो तन में प्राण
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
नशा
नशा
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
जिंदगी गवाह हैं।
जिंदगी गवाह हैं।
Dr.sima
*गाली जब होती शुरू, बहस समझिए बंद (कुंडलिया)*
*गाली जब होती शुरू, बहस समझिए बंद (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
3519.🌷 *पूर्णिका* 🌷
3519.🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
नदी की तीव्र धारा है चले आओ चले आओ।
नदी की तीव्र धारा है चले आओ चले आओ।
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
जब याद सताएगी,मुझको तड़पाएगी
जब याद सताएगी,मुझको तड़पाएगी
कृष्णकांत गुर्जर
Loading...