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9 Mar 2017 · 1 min read

मुक्तक

तेरे दीदार को एक जमाना हो गया है!
चाहत का जूनून भी पुराना हो गया है!
जिन्दगी भटकी हुई है दर्द की राहों में,
रश्म और वफाओं को निभाना हो गया है!

#महादेव_की_कविताऐं'(25)

Language: Hindi
484 Views
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