मुक्तक
1.
कफन
कफ़न बेचने वालों मेरी एक बात याद रखना
अपने लिए भी एक कफ़न बचाकर रखना
कफ़न बेचने वालों को शायद ये पता नहीं . उन्हें भी है एक दिन रुखसत होना
कहीं ऐसा न हो तुम्हें भी भी एक दिन , कफ़न के लिए पड़े तरसना ||
2.
मानव
मानव हो , मानवता का एहसास बनो तुम
तरस रहे हैं जो जीवन को , उनके जीवन का सार बनो तुम
नीरस सा जीवन जी रहे जो, उनके जीवन की मुस्कान बनो तुम
मानव हो , मानवता का एहसास बनो तुम