मुक्तक
याद तुम्हारी हरदम रहती दिल हरपल आहें भरता है
राज यही जानो अब ये छुप छुप तुमपे ही मरता है।
वैलेंटाइन डे आये तब इजहार करूं जरूरी नही
दिल ये मेरा किसी विशेष दिन का इंतजार नही करता है।
–अशोक छाबडा
याद तुम्हारी हरदम रहती दिल हरपल आहें भरता है
राज यही जानो अब ये छुप छुप तुमपे ही मरता है।
वैलेंटाइन डे आये तब इजहार करूं जरूरी नही
दिल ये मेरा किसी विशेष दिन का इंतजार नही करता है।
–अशोक छाबडा