मुक्तक
प्यार के लम्हों के दम पर जी रहा मै आजकल
गम के प्याले यूं खुशी से पी रहा मै आजकल
प्यार कर हमने भुलाना ये कभी सीखा नहीं
तेरी यादों के सहारे जी रहा मै आजकल
प्यार के लम्हों के दम पर जी रहा मै आजकल
गम के प्याले यूं खुशी से पी रहा मै आजकल
प्यार कर हमने भुलाना ये कभी सीखा नहीं
तेरी यादों के सहारे जी रहा मै आजकल