मुक्तक
पल दो पल भी मुझे तन्हा होने नहीं देती
मेरी चाहने वाली मुझे कभी सोने नहीं देती
जिंदगी में मेरी गमो का साया बहुत है
मगर तेरी याद मुझे कभी रोने नहीं देती
कृष्णकांत गुर्जर
पल दो पल भी मुझे तन्हा होने नहीं देती
मेरी चाहने वाली मुझे कभी सोने नहीं देती
जिंदगी में मेरी गमो का साया बहुत है
मगर तेरी याद मुझे कभी रोने नहीं देती
कृष्णकांत गुर्जर