Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Aug 2020 · 1 min read

मुक्तक

आंखों में सब मंज़र चुभते हैं
हालात के ये खंजर चुभते हैं ।
लाख खो जाऊँ मैं रंगीनियों में
खोखले से ये समंदर चुभते हैं।
-अजय प्रसाद
तरस रही हैं तरक्कीयाँ कई गांवों में जाने को
कोई मददगार ही नहीं उन्हें रास्ता दिखाने को ।
वक्त के साथ-साथ बदल गई है रहनूमाई भी
अब तो सियासत करते हैं लोग सितम ढाने को ।
-अजय प्रसाद
हैसियत क्या हो गई है रिसालों की ,न पूछ
हालत आजकल के लिखनेवालों की,न पूछ ।
कल तक जो ज़ुल्म ढाते रहे सम्पादक बनके
हश्र क्या हुआ है आज,उन सालों की न पूछ ।
-अजय प्रसाद

Language: Hindi
2 Likes · 261 Views

You may also like these posts

ਉਸਦੀ ਮਿਹਨਤ
ਉਸਦੀ ਮਿਹਨਤ
विनोद सिल्ला
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
वो_घर
वो_घर
पूर्वार्थ
*राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट,*
*राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट,*
Shashi kala vyas
जहां सत्य है वहां पवित्रता है, प्रेम है, एक आत्मिक शांति और
जहां सत्य है वहां पवित्रता है, प्रेम है, एक आत्मिक शांति और
Ravikesh Jha
रमेशराज के 2 मुक्तक
रमेशराज के 2 मुक्तक
कवि रमेशराज
राम नहीं बन सकते .....
राम नहीं बन सकते .....
Nitesh Shah
सावन और बचपन
सावन और बचपन
डॉ. एकान्त नेगी
3934.💐 *पूर्णिका* 💐
3934.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मां ब्रह्मचारिणी
मां ब्रह्मचारिणी
Mukesh Kumar Sonkar
इत्तिफ़ाक़न मिला नहीं होता।
इत्तिफ़ाक़न मिला नहीं होता।
सत्य कुमार प्रेमी
*Colours of Fall*
*Colours of Fall*
Veneeta Narula
व्यर्थ में
व्यर्थ में
surenderpal vaidya
आओ बच्चों तुम्हे बताएं,बातें हिन्दुस्तान की,
आओ बच्चों तुम्हे बताएं,बातें हिन्दुस्तान की,
Jaikrishan Uniyal
महबूब से कहीं ज़्यादा शराब ने साथ दिया,
महबूब से कहीं ज़्यादा शराब ने साथ दिया,
Shreedhar
क्यों है अहम तुमको खुद पर इतना
क्यों है अहम तुमको खुद पर इतना
gurudeenverma198
बसंती हवा
बसंती हवा
Arvina
संबंधों की तुरपाई
संबंधों की तुरपाई
इंजी. संजय श्रीवास्तव
कान्हा
कान्हा
Kanchan Alok Malu
पत्नी की पहचान
पत्नी की पहचान
Pratibha Pandey
सूर्योदय
सूर्योदय
Madhu Shah
"सत्यपथ पर "
Dr. Kishan tandon kranti
यूँ तो बुलाया कई बार तूने।
यूँ तो बुलाया कई बार तूने।
Manisha Manjari
"पापा की लाडली " क्या उन्हें याद मेरी आती नहीं
Ram Naresh
ज़माना हक़ीक़त
ज़माना हक़ीक़त
Vaishaligoel
उसका राज चल रहा है उसके ससुराल पहुंँचते ही
उसका राज चल रहा है उसके ससुराल पहुंँचते ही
Akash Agam
आप सभी को रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं
आप सभी को रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएं
Lokesh Sharma
दूध का वैज्ञानिक विश्लेषण
दूध का वैज्ञानिक विश्लेषण
Anil Kumar Mishra
जब-जब निज माता को छोड़,
जब-जब निज माता को छोड़,
पंकज कुमार कर्ण
अखिल विश्व के स्वामी राम
अखिल विश्व के स्वामी राम
sushil sharma
Loading...