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12 Apr 2020 · 1 min read

मुक्तक

सँवर कर हूर होतै जा रहे है
नशे में चूर होते जा रहे है
खता कर वो हमारे साथ ऐसी
नजर काफूर होते जा रहे है

Language: Hindi
73 Likes · 619 Views
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