मुक्तक
अपनी जुबान को खन्जर मत बनाइए
यूं किसी के दिल पर पत्थर मत चलाइए
खुद को तबाही से बचाकर रखिए लोगों
बेकसूर की आंखों को समन्दर मत बनाइए
नूरफातिमा खातून” नूरी”
११/४/२०२०
अपनी जुबान को खन्जर मत बनाइए
यूं किसी के दिल पर पत्थर मत चलाइए
खुद को तबाही से बचाकर रखिए लोगों
बेकसूर की आंखों को समन्दर मत बनाइए
नूरफातिमा खातून” नूरी”
११/४/२०२०