मुक्तक
कभी जीवन तो कभी खुशी खो जाता है
जाने अंजाने आदमी से गलती हो जाता है
वो एक मालिक और सुनता है सब की
वो चुटकी में सुख दुःख के बीज बो जाता है
नूरफातिमा खातून “नूरी”
२८/३/२०२०
कभी जीवन तो कभी खुशी खो जाता है
जाने अंजाने आदमी से गलती हो जाता है
वो एक मालिक और सुनता है सब की
वो चुटकी में सुख दुःख के बीज बो जाता है
नूरफातिमा खातून “नूरी”
२८/३/२०२०