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22 Mar 2020 · 1 min read

मुक्तक

मैं दिल हो जाऊं तो तुम दर्द कहो
होठो से चुप मगर आंखो से कहो

सुबकते ख्वाब को महकता गुलाब कहो
शाम के धुंधलके को सुबह का अफताब कहो
~ पुर्दिल

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 199 Views
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