मुक्तक
जब कभी तुम मेरी यादों में आते हो!
धूप सा ख्यालों को हरबार जलाते हो!
घुल जाती हैं साँसें फूलों के रंग में,
चाँद की शकल में सामने आ जाते हो!
#महादेव_की_कविताऐं'(23)
जब कभी तुम मेरी यादों में आते हो!
धूप सा ख्यालों को हरबार जलाते हो!
घुल जाती हैं साँसें फूलों के रंग में,
चाँद की शकल में सामने आ जाते हो!
#महादेव_की_कविताऐं'(23)