मुक्तक
1.
तेरे लब्ज लब्ज़ के मैयार पर मैं तो इश्क तोलती हूं
मैं तो होठों से कम अपने आंखों से ज्यादा बोलती हुं
~ पुर्दिल
2.
मैं हर्फ हर्फ जुदा लिखूं तू खुदा का उस में दीदार कर
मेरे अल्फाजों के मोती को तू इश्क का मैयार कर
~ सिद्धार्थ
मैयार = कसौटी