मुक्तक
आपको देखकर मै खुद को ही भुला बैठा
तेरी यादों में सही खुद ही दिल रुला बैठा
पास वो है ही नहीं आए जो ख्वाबों में मेरे
दिलकी बांहों में किसी और को सुला बैठा
हमेशा साथ चलो तुम खुशी से जी ले हम
गमकेमरुथल में भी प्याले दवा के पी ले हम
नहीं आना मेरे ख्वाबों में हकीकत की तरह
मरते दमतकही सही पर खुशी से जी ले हम
कृष्णकांत गुर्जर 31/12/2019