Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Dec 2019 · 1 min read

मुक्तक

खादी से बेहतर खाकी है,
ईमान जहाँ अभी बाकी है,
वीरों की धरा से निकली जो
ये शौर्य दिवस की झाँकी है,

Language: Hindi
212 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
(12) भूख
(12) भूख
Kishore Nigam
गुज़रा है वक्त लेकिन
गुज़रा है वक्त लेकिन
Dr fauzia Naseem shad
ग़ज़ल/नज़्म - उसका प्यार जब से कुछ-कुछ गहरा हुआ है
ग़ज़ल/नज़्म - उसका प्यार जब से कुछ-कुछ गहरा हुआ है
अनिल कुमार
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
मोहल्ले में थानेदार (हास्य व्यंग्य)
मोहल्ले में थानेदार (हास्य व्यंग्य)
Ravi Prakash
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
विश्वास
विश्वास
विजय कुमार अग्रवाल
💐प्रेम कौतुक-450💐
💐प्रेम कौतुक-450💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
4) “एक और मौक़ा”
4) “एक और मौक़ा”
Sapna Arora
सूरज नमी निचोड़े / (नवगीत)
सूरज नमी निचोड़े / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मोर छत्तीसगढ़ महतारी हे
मोर छत्तीसगढ़ महतारी हे
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Dheerja Sharma
अपनेपन की रोशनी
अपनेपन की रोशनी
पूर्वार्थ
बासी रोटी...... एक सच
बासी रोटी...... एक सच
Neeraj Agarwal
माँ आज भी जिंदा हैं
माँ आज भी जिंदा हैं
Er.Navaneet R Shandily
बहुत ख्वाब देखता हूँ मैं
बहुत ख्वाब देखता हूँ मैं
gurudeenverma198
खामोशी ने मार दिया।
खामोशी ने मार दिया।
Anil chobisa
हम पचास के पार
हम पचास के पार
Sanjay Narayan
मैं उन लोगो में से हूँ
मैं उन लोगो में से हूँ
Dr Manju Saini
23/187.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/187.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कितनी ही दफा मुस्कुराओ
कितनी ही दफा मुस्कुराओ
सिद्धार्थ गोरखपुरी
#दिनांक:-19/4/2024
#दिनांक:-19/4/2024
Pratibha Pandey
क्रिकेट
क्रिकेट
SHAMA PARVEEN
नवरात्रि के चौथे दिन देवी दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप की पूजा
नवरात्रि के चौथे दिन देवी दुर्गा के कूष्मांडा स्वरूप की पूजा
Shashi kala vyas
पंख पतंगे के मिले,
पंख पतंगे के मिले,
sushil sarna
हिंदी दिवस
हिंदी दिवस
Shashi Dhar Kumar
"तरीका"
Dr. Kishan tandon kranti
शायद ...
शायद ...
हिमांशु Kulshrestha
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कहानी- 'भूरा'
कहानी- 'भूरा'
Pratibhasharma
Loading...