*मुक्तक*
सहा हो जिसने बस उसी को पता होता है !
सब दर्द देखने वालों को कहाँ पता होता है !!
कुछ दर्द ज़िन्दगी ख़त्म कर दिया करते हैं !
हर दर्द दिल का ज़ुबाँ से कहाँ बयां होता है !!
सहा हो जिसने बस उसी को पता होता है !
सब दर्द देखने वालों को कहाँ पता होता है !!
कुछ दर्द ज़िन्दगी ख़त्म कर दिया करते हैं !
हर दर्द दिल का ज़ुबाँ से कहाँ बयां होता है !!