मुक्तक
1.
बेटियों को नंगा कर के गाय को कोट पहनाएंगे
साहिब-ए- मुल्क जाने और क्या क्या दिखलायेंगे !
~ सिद्धार्थ
2.
ऐ दोस्त इस दहर में खुशी कम गम बहुत जियादा है
आंखो में कम है ख्वाब दिल में इन्कलाब ज्यादा है ।
~ सिद्धार्थ
3.
जंग लगा खामा है, खंजर नया ले रखा है
हमने साहेब के हक में आवाज गवां रखा है !
~ सिद्धार्थ