मुक्तक
निर्विवाद सत्य को विवाद से निकालिए,
सर्पों को आप आस्तीन में न पालिए,
राम जन्मभूमि को राम जी सँभालेंगे
आप हमारी मातृभूमि को सँभालिए.
निर्विवाद सत्य को विवाद से निकालिए,
सर्पों को आप आस्तीन में न पालिए,
राम जन्मभूमि को राम जी सँभालेंगे
आप हमारी मातृभूमि को सँभालिए.