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1 Nov 2019 · 1 min read

मुक्तक

१.
शुभ रात्रि कहना था तुमसे, कहूं क्या ?
तुम्हारे हांथ पे एक मुस्कान की चवन्नी रखना था, रखूं क्या ?
जाने दो… तुम खामोशियों में गुम हो, मैं भी चुप रहूं क्या ?
… सिद्धार्थ
२.
कोई तंग करने वाला भी होना चाहिए…वर्ना सब बेनूर
“शुभ रात्रि” मेरे कोहिनूर
* सिद्धार्थ

Language: Hindi
2 Likes · 329 Views
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